
न्याय परिक्रमा न्यूज़ सहारनपुर
11 जुलाई से शुरू होगा दस्तक अभियान
ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कराई जाए एंटी लार्वा एक्टिविटी एवं फॉगिंग
सहारनपुर। जिलाधिकारी मनीष बंसल ने कहा कि नगरीय एवं देहाती क्षेत्रों में सफाई एवं जलभराव निस्तारण की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। लोगों की जागरूकता के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां इस प्रकार से संचालित की जाएं कि उनमें संचारी रोग नियंत्रण के प्रति समझ विकसित हो सकें।
जिलाधिकारी मनीष बंसल आज यहां कलेक्ट्रेट स्थित नवीन सभागार में संचारी रोगों पर नियंत्रण हेतु अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक में अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि दस्तक अभियान के लिए माइक्रो प्लान बनाते हुए बेहतर तरीके से क्रियान्वित किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिए कि दस्तक अभियान में आंगनवाडी कार्यकत्रियों के अतिरिक्त स्वयं भी फील्ड में जाकर निरीक्षण करें। उन्होंने संबंधित सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जाए।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद में संचालित सभी अपंजीकृत पैथोलॉजी लैब का पंजीकरण करवाकर डेंगू संबंधी विशेष ट्रेनिंग कैम्प आयोजित किए जाएं। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि एक कन्ट्रोल रूम स्थापित किया जाए जिसमें रैण्डमली कॉल कर किसी भी चिकित्सक के क्षेत्र भ्रमण की जानकारी ली जा सके। उन्होने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में उचित साफ-सफाई व्यवस्था के साथ ही एण्टीलार्वा का छिडकाव एवं फॉगिंग कराई जाए।
जिलाधिकारी ने बीएसए को निर्देशित किया कि सभी प्राथमिक विद्यालयों में प्रत्येक बुधवार को प्रारम्भिक 01 घण्टे में बच्चों को व्यवहारिक रूप से क्षेत्रीय भ्रमण कराते हुए डेंगू के लार्वा की पहचान कराई जाए। पहचान करने वाले बच्चों को प्रोत्साहित कर पुरस्कृत किया जाए। उन्होने कहा कि बच्चों में जानने और सीखने की प्रवृत्ति अधिक होती है तथा इनके माध्यम से हर परिवार तक जागरूकता फैलाई जा सकती है। इस प्रकार किये गये कार्यों में आशा और आंगनवाडी कार्यकत्रियों का पूर्ण सहयोग लिया जाए।
उन्होंने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को खुले में बेची जाने वाली खाद्य सामग्री से स्वास्थ्य पर पडने वाले प्रभाव के बचाव हेतु जनजागरूकता फैलाने तथा उन्हे स्वच्छता के मानक बताए जाने के निर्देश दिए। कृषि एवं उद्यान विभाग को मच्छर रोधी पौधे लगाने एवं आमजन को इसकी जानकारी देने के निर्देश दिए। उन्होने जिला पंचायती राज विभाग को निर्देश दिए कि मत्स्य विभाग के साथ समन्वय कर मच्छरों को नियंत्रित करने वाली गम्बुसिया मछली को जनपद के तालाबों में पाला जाए। जनपद में गम्बुसिया मछली की उपलब्धता बनाए रखने के लिए हैचरी प्रबंधन विकसित किया जाए।
जिलाधिकारी ने दस्तक अभियान केा सफल बनाने तथा स्वास्थ्य सुरक्षा बनाए रखने के लिए प्रथम दृष्टया हाईरिस्क एरिया को चिन्हित कर त्वरित रूप से कार्य करने के निर्देश दिए। जनपद में संचालित अरोग्य मंदिरों में भी जिंक टैबलेट और ओआरएस पैकेट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्साधिकारी सभी विभागों से समन्वय करें तथा मूल स्त्रोत की जानकारी के लिए चिकित्सकों की टीम लगाकर उनकी जिम्मेदारी तय की जाए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजीव मांगलिक, पीडीडीआरडीए प्रणय कृष्ण, जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक शर्मा, जिला मलेरिया अधिकारी श्रीमती शिवांका गौड़ सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण एवं समस्त एमओआईसी उपस्थित रहे।
ब्यूरों रिपोर्टः मोनू कुमार/कुमार योगेश (सहारनपुर)
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