न्याय परिक्रमा, पंचकूला, चंडीगढ़, ब्यूरो चीफ अच्छेलाल,
मेले का भ्रमण किये एम डी, एच पी जी सी एल, मोहम्मद शाईन
चंडीगढ़ विद्युत विभाग विभिन्न विभागों एच एस वी पी, शिक्षा विभाग, पुलिस विभाग, पर्यावरण विभाग, अक्षय ऊर्जा विभाग, महिला बाल विकास विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभा, जिला प्रशासन पंचकूला, शहरी एवं स्थानीय निकाय विभाग जैसे विभागों के साथ आपसी समन्वय में इन्द्रधनुष आडिटोरियम सैक्टर-5 पंचकूला में तृतीय पंचकूला पुस्तक मेला आयोजित किया जा रहा है।
पुस्तक मेले का भ्रमण करने आये मोहम्मद साईन ने कहा कि किताबें मनुष्य की ऐसी दोस्त है जो मनुष्य को कभी अकेला नहीं रहने देती। उन्होंने कहा कि बच्चों में पढ़ने की ललक पैदा हो इसके लिए इस तरह के मेले का आयोजन एक सकारात्मक पहल है। उन्होंने कहा कि किताब हमें जिंदगी मेें सही दिशा में चलना सिखाती है।
इस अवसर पर पंजाब विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के प्रोफेसर डा. अशोक ने कहा कि अगले वर्ष आने के वादे के साथ हुआ आज पंचकूला पुस्तक मेले का समापन । उन्होंने कहा कि जो भी आज मेले में आया है अपने साथ एक किताब अवश्य साथ ले जाये।
इस अवसर पर मुख्य अभियंता चंदन सिंह ने कहा कि किताबें मनुष्य को बेहतर इंसान बनाती हैं। उन्होने कहा कि यह पुस्तक मेला हमें सीख देता है कि हमें जीवन में गलत करने से बचना चाहिए, सदा सही राह पर चले तथा दूसरे को चलने के लिए प्रेरित करें। श्री चंदन सिंह ने कहा कि पुस्तक मेले के सृजनकर्ता श्री पी के दास ने पंचकूला शहर को साहित्य, कला और संस्कृति का संगम बनाने की यात्रा पुस्तक मेले के माध्यम से आरंभ की है।
आज पुस्तक मेले के मंच पर शहरी एवं स्थानीय निकाय विभाग के सहयोग से‘ स्वच्छ पंचकूला सुन्दर पंचकूला विषय पर विमर्श में मुख्य वक्ता आऊटलुक के संपादक हरवीर सिंह ने कहा कि किसी भी शहर को सुन्दर और स्वच्छ रखने में हर शहरी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यदि प्रत्येक शहरी अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी पालन करे तो शहर को सुन्दर व स्वच्छ बनाया जा सकता है।
संगोष्ठी में भारतीय रेल इंजीनियरिंग सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री राकेश सब्रवाल ने कहा कि समाज को सुंदर बनाने के लिए पढ़ना जरूरी है, हरियाणा के एक तरफ अरावली पहाड़ियां है दूसरी तरफ शिवालिक। इतिहास साक्षी है कि मनुष्य की लालच से अरावली की पहाड़ियां जमीदोज हो गई। ऐसे में शिवालिक क्षेत्र प्राकृतिक संरचना के संरक्षण के लिए साहित्य जागृति का माध्यम बन सकता है।
वरिष्ठ पत्रकार श्री अजीत सिंह ने कहा कि डिजीटल दौर में किताबों की दुनिया बचाने के लिए पुस्तक मेला जरूरी पहल है। उन्होंने प्रसन्नता जाहिर की पुस्तक संस्कृति के उन्नयन के लिए हरियाणा का बिजली और पुलिस विभाग पुस्तकालय स्थापना के माध्यम से नया प्रयोग कर रहा है।
पुस्तक मेले के मंच पर इन विभागों और अधिकारियों का हुआ संम्मान
आज पुस्तक मेले के समापन अवसर पर शहरी एवं स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव श्री विकास गुप्ता को विशेष सहयोग के लिए सम्मानित किया गया।जिसे नगर निगम के स्थानीय अधिकारियों ने प्राप्त किया। पुस्तक मेले में एच एस वी पी के चीफ एडमिनिस्टे्टर डा. चन्द्रशेखर खरे को विशेष सहयोग के लिए सम्मानित किया गया। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के महानिदेशक राजनारायण कौशिक को विशेष सहयोग के लिए सम्मानित किया गया।
शिक्षा विभाग के विशेष सहयोग के लिए जिला शिक्षा अधिकारी श्री सतपाल कौशिक को सम्मानित किया गया। पुलिस विभाग के प्रतिदिन की सकारात्मक हिस्सेदारी और सहयोग के लिए डी सी पी पंचकूला श्रीमती हिमाद्री कौशिक को सम्मानित किया गया। स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने स्वीकार किया। अक्षय ऊर्जा विभाग के महानिदेशक एस नारायणन की सकारात्मक सहयोग के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सिया के अधिकरियों महिला बाल विकास विभाग अधिकारियों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सारिका दुप्पर के संयोजन में ट्ाईसीटी के कवियों ने कविता पाठ किया। उर्दू प्रकोष्ठ हरियाणा के सहयोग से मुशायरा का आयोजन किया गया जिसकी सदारता प्रख्यात सहित्यकार डा. चन्द्र त्रिखा ने किया।
इस अवसर पर उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम एवं हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड ने एक-एक लाख व हरियाणा बिजली उत्पादन निगम लिमिटेड की किताबें अपने पुस्तकालयों के लिए खरीदा।
ब्यूरों रिपोर्टः अच्छेलाल (चंडीगढ़)
हमारे यूट्यूब चैनल न्याय परिक्रमा न्यूज पर देखिए पूरा विडियो