संघर्षों से सफलता अवश्य मिलती है: शिव कुमार गौड
सहारनपुर। बार कौंसिल उत्तर प्रदेश के चेयरमैन शिव कुमार गौड़ ने कहा कि हड़ताल के दौरान वाद लम्बित होने से सिर्फ अधिवक्ता ही जिम्मेदार नहीं होते। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट में किसी भी प्रकार की कोई कन्डोलेन्स नहीं होती, तो वहां पर वाद लम्बित होने का क्या कारण है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता संघर्ष के लिए तैयार रहे, बिना संघर्ष व एक जुटता के कभी जीत हासिल नहीं हो सकती।
चेयरमैन शिव कुमार गौड़ आज यहां मल्हीपुर रोड स्थित एक होटल के सभागार में टैक्सेशन बार एसोसिएशन के तत्वाधान में आयोजित 274वीं एक्जूक्टीव मीटिंग एवं सेमिनार को बतौर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता अपने अधिकारों की प्राप्ति के लिए संघर्ष करें, क्योंकि बिना कुछ किये किसी की जय-जयकार नहीं होती तथा कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। उत्तर प्रदेश टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सौरभ गहलौत ने कहा कि टैक्सेशन बार एसोसिएशन सहारनपुर द्वारा 12 वर्षों के अंतराल के बाद यह आयोजन किया गया है। ऐसे आयोजनों से संगठन को ताकत मिलती है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं की जो भी समस्या होगी, उसका हर संभव निस्तारण कराने का प्रयास किया जायेगा। इस दौरान 60 वर्षाे से निरन्तर कार्य करने के लिए सुरेश चावला, डीके अग्रवाल, वीडी चौधरी तथा एचसी मक्कड के 50 वर्ष पूर्ण होने पर सम्मानित किया गया। सेमिनार में मुख्य रूप से आलोक अरोडा, अजय वर्मा, एके मित्तल, एससी ग्रोवर, स्वराज गर्ग, निशान्त गर्ग, शैलेन्द्र गुप्ता, राजेश उपाध्याय, दीपक बाठला, राजकुमार, नवीन सैनी, युनूस अहमद, अमित शर्मा, महेश चावला, मुकेश दीवान, डीके जैन, महेश कुमार, नितिन शर्मा, ललित सैनी, मुकेश कुमार शर्मा, राहुल वर्मा, संजीव शर्मा, अशोक कुमार, रामपाल, संदीप आदि भारी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे। सेमिनार का संचालन विक्रम चावला ने किया।
ब्यूरों रिपोर्टः (मोनू कुमार) सहारनपुर
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