CJI डीवाई चंद्रचूड़ नवंबर 2024 में रिटायर हो जाएंगे. सुप्रीम कोर्ट की सीनियॉरिटी लिस्ट पर नजर डालें तो 2030 तक जो जज CJI बनने वाले हैं, उसमें जस्टिस केवी विश्वनाथन (KV Viswanathan) भी शामिल हैं. जस्टिस विश्वनाथन पिछले साल से ही वकील से सुप्रीम कोर्ट के जज बनाए गए थे. वह अगस्त 2030 में 58वें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बनने की कतार में है. करीब 10 महीने CJI की कुर्सी पर रहेंगे और 25 मई 2031 को रिटायर होंगे.
जस्टिस केवी विश्वनाथन का जीवन उतार-चढ़ाव भरा रहा है. किराए के कमरे से जूनियर एडवोकेट, फिर सीनियर एडवोकेट और सुप्रीम कोर्ट का जज बनने की कहानी दिलचस्प है.
कौन हैं जस्टिस केवी विश्वनाथन?
जस्टिस केवी विश्वनाथन मूल रूप से तमिलनाडु के पोलाची के रहने वाले हैं. उनका पूरा नाम कलापति वेंकटरमन विश्वनाथन (Kalpathy Venkataraman Viswanathan) है. 26 मई 1966 को जन्में जस्टिस विश्वनाथन की शुरुआती पढ़ाई लिखाई पोलाची के आरोकिया माता मैट्रिकुलेशन स्कूल, सैनिक स्कूल अमरावतीनगर और सेंट जोसेफ हायर सेकेंडरी स्कूल में हुई. इसके बाद कोयंबटूर लॉ कॉलेज आ गए. यहां फर्स्ट रैंक के साथ बीए-एलएलबी की डिग्री हासिल की. जस्टिस विश्वनाथन यहां 5 साल के लॉ कोर्स के पहले बैच के छात्र थे.