सहारनपुर। पंजाबी एकता समिति यूथ विंग के तत्वावधान में आयोजित गोष्ठी में धर्म की रक्षा के लिए शहीद होने वाले श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत पर प्रकाश डाला गया।
स्थानीय अम्बाला रोड स्थित एक होटल के सभागार में आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के ग्रंथी ज्ञानी जितेन्दर सिंह ने बताया कि किस प्रकार तत्कालीन शासको द्वारा हो रही जबरन धर्म परिवर्तन की कार्यवाही से तंग आकर शीर्ष कश्मीरी पंडित आनन्दपुर साहिब श्रीगुरु तेग बहादुर के दरबार पहुंचे और उनसे रक्षा की गुहार लगाई, जिस पर गुरु जी अपने शिष्यों के साथ दिल्ली के लिए कूच किया, तब आगरा में तत्कालीन हुकूमत ने उन्हें बंदी बनाकर धर्म परिवर्तन के लिए अनेक प्रलोभन दिये तथा नही मानने पर उनके तीन शिष्यों भाई सती दास, भाई मती दास, भाई दियाला को शहीद कर दिया, उसके बाद दिल्ली के चांदनी चौक में भीड़ के सामने श्री गुरु तेग बहादुर का सिर धड़ से अलग कर शहीद कर दिया था। समिति के अध्यक्ष और स्थानीय गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल के असिस्टेंट मैनेजर एमपी सिंह चावला ने बताया की श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस का मुख्य आयोजन आगामी 6 दिसम्बर को पटेल नगर स्थित गुरु तेग बहादुर स्कूल में होगा। गोष्ठी को ज्ञानी जितेन्दर सिंह, महामंत्री राजीव फूटेला, यूथ संयोजक सन्नी परुथी, यूथ सहसंयोजक बब्बू ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में गुरजीत मल्होत्रा, अजय सोनी, भानु परुथी, सौरभ सुखीजा, अमित सोनी, अजय सोनी, पंकज खुराना, बलजीत, दीपक अरोड़ा, प्रदीप भंडारी, अनिल धारिया, सन्नी कक्कड, रुपिन्दर बजाज, जीतेन्द्र काली, भूपेंद्र सिंह, योगेश ग्रोवर, अंकित आदि उपस्थित रहे।
ब्यूरों रिपोर्टः अच्छेलाल (चंडीगढ)
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