बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों का धर्म गुरूओं ने किया पुरजोर विरोध
केरला-कश्मीर फाइल झूठ लग रही थी, तो अब बांग्लादेश फाइल देख लंेः दीपांकर महाराज
बांग्लादेश नरसंहार की घटना पर दारूल उलूम देवबंद की चुप्पी खलने वाली: सुदर्शन महाराज
सहारनपुर। विभिन्न हिन्दू संगठनों व धर्म गुरूओं के नेतृत्व में हिन्दू समाज ने बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो अत्याचार के विरोध में शक्ति प्रदर्शन करते हुए जुलूस की शक्ल मंे जिला मुख्यालय पहुंचे और नारेबाजी कर प्रदर्शन किया तथा राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपकर बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार पर रोक लगाये जाने की मांग की।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ समेत विभिन्न हिन्दू संगठनों के आह्वान व धर्म गुरूआंे के नेतृत्व में हजारों की तादाद में जनपद के दूर दराज से आये हिन्दू समाज के लोग दिल्ली रोड स्थित साउथ सिटी के मकान में एकत्र हुए, जहां उन्होंने बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुआंे पर अत्याचार के खिलाफ अपने हाथों में बैनर पोस्टर लेकर विरोध जताया। प्रदर्शनकारियांे को संबोधित करते हुए स्वामी दीपांकर महाराज ने कहा कि जिन लोगों को केरला फाइल और कश्मीर फाइल झूठ लग रही थी। तो अब वह चल रही बांग्लादेश फाइल देख ले।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो हिन्दुआंे का नरसंहार हो रहा है, उसी के खिलाफ यह प्रदर्शन किया गया है। जिसके विरोध में सहारनपुर का हिन्दू समाज एक जुट होकर संदेश दे रहा है कि न तो हिंदू बटेगा और न ही हिंदू कटेगा। उन्होंने कहा कि जब साथ खड़े होने का समय हो और काम याद आये, तो समझ लेना कि हमारी कौम का अंत होने वाला है। धर्म गुरु देशमुख ने कहा कि एक समय हम पाकिस्तान और कश्मीर में काटे गए। आज बांग्लादेश में काटे जा रहे हैं। हमारी बहू-बेटियों से रेप किया जा रहा है और छोटे-छोटे बच्चों को फांसी दी जा रही है तथा हिंदुओं के व्यापार लूटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो आज घटना घटित हो रही है, इस तरह की घटनाएं पीढ़ियों से चली आ रही है। बाबर के शासनकाल से बांग्लादेश तक हिंदू समाज के ऊपर यह अत्याचार हो रहा है। उनकी बहू-बेटियों से बदसलूकी हो रही है। उनके परिवारों को तोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब-जब हिंदू बटा है, तब-तब हिंदू कटा है और विधर्मियों के द्वारा हमारे हिंदू समाज के ऊपर आक्रमण हुआ। हिंदूओं को बंद मुठ्ठी की तरह एक होना होगा। यदि ऐसा होगा, तो किसी की हिम्मत नहीं, जो तुम्हारे ऊपर तलवार तो क्या उंगली भी उठा ले। उन्हांेने हिन्दुआंे से बंद मुट्ठी की तरह एक जुट होने का आह्वान किया। सिक्ख धर्म गुरू अमर पाल ने कहा कि जब तक हम एक नहीं होंगे, तब तक हम कुछ नहीं कर पाएंगे। इसके लिए हिन्दुआंे को एक जुट होना पड़ेगा तथा एक होने के हमारी विचारधारा भी एक होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज के लोग आज भी किसी धड़े या राजनीतिक मंच को लेकर आपस में बंटे हुए है। उन्होंने कहा कि हमें शपथ लेनी होगी कि हमें कोई राजनीतिक तंत्र अलग नहीं कर सकता है। इसलिए हमें बटना नहीं है। रविदास मंदिर के संत राजकुमार ने कहा कि उसूलों पर आंच आये, तो टकराना जरूरी है। जिंदा है, तो जिंदा नजर आना जरूरी है। उन्होंने भगवान रविदास की शिक्षा पर चलकर सभी से एक जुट होने का आह्वान किया। सुदर्शन महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में गांव-गांव घेरकर सभी घरों को जलाया जा रहा है और दारूल उलूम की चुप्पी खलने वाली है तथा स्वयं को शांति का मजहब कहलाने वाले संभल में दंगाईयों की मौत पर विलाप करते है और बांग्लादेश के नरसंहार पर लगता है कि कहीं छुप गये है। कृष्णानंद ने सनातन समाज को एक रहने के आह्वान के साथ समाज से वेद की ओर लौटने की अपील भी की। स्वामी राघवेन्द्र महाराज ने कहा कि बांग्लादेश के अत्याचारों के विरोध मंे सहारनपुर के सनातन समाज के आक्रोश के मुख्य रूप से उठाये, जिससे बांग्लादेश में हिन्दू समाज पर होने वाले अत्याचारों व उनके नरसंहार से संपूर्ण हिन्दू समाज के आक्रोश की चर्चा संयुक्त राष्ट्र संघ तक हो और बांग्लादेश की आक्रान्ता सरकार को हटाने के लिए विश्व समुदाय इकट्ठा हो जाये। इस दौरान अनूप मुनि, प्रगीत, एके जैन, बंटी दास, सुभाष बापू, सुंदरानंद के अलावा लोनिवि राज्यमंत्री कुंवर बृजेश सिंह, विधायक मुकेश चौधरी, विधायक राजीव गुम्बर, महापौर डॉ.अजय कुमार सिंह, पूर्व सांसद राघव लखन पाल शर्मा, मुकेश चौधरी, हेमन्त अरोड़ा, डीसीडीएफ के पूर्व चेयरमैन अभय चौधरी, चरण सिंह, बौद्धराम धीमान, दुष्यंत धीमान, भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष बिजेन्द्र कश्यप, पूर्व महानगर अध्यक्ष राकेश जैन, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग प्रचारक अतुल कुमार, अनुराग समेत हजारों की संख्या में हिन्दू समुदाय के लोग मौजूद रहे। हिन्दू संगठनों के प्रदर्शन के मद्देनर जिला प्रशासन द्वारा साउथ सिटी से लेकर कलेक्ट्रेट तक सुरक्षा के चाक चौबन्द इंतजाम किए गए थे तथा प्रदर्शनकारियों की भारी भीड के मद्देनजर यातायात का डायवर्जन भी किया गया था।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ समेत विभिन्न हिन्दू संगठनों के आह्वान व धर्म गुरूआंे के नेतृत्व में हजारों की तादाद में जनपद के दूर दराज से आये हिन्दू समाज के लोग दिल्ली रोड स्थित साउथ सिटी के मकान में एकत्र हुए, जहां उन्होंने बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुआंे पर अत्याचार के खिलाफ अपने हाथों में बैनर पोस्टर लेकर विरोध जताया। प्रदर्शनकारियांे को संबोधित करते हुए स्वामी दीपांकर महाराज ने कहा कि जिन लोगों को केरला फाइल और कश्मीर फाइल झूठ लग रही थी। तो अब वह चल रही बांग्लादेश फाइल देख ले।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो हिन्दुआंे का नरसंहार हो रहा है, उसी के खिलाफ यह प्रदर्शन किया गया है। जिसके विरोध में सहारनपुर का हिन्दू समाज एक जुट होकर संदेश दे रहा है कि न तो हिंदू बटेगा और न ही हिंदू कटेगा। उन्होंने कहा कि जब साथ खड़े होने का समय हो और काम याद आये, तो समझ लेना कि हमारी कौम का अंत होने वाला है। धर्म गुरु देशमुख ने कहा कि एक समय हम पाकिस्तान और कश्मीर में काटे गए। आज बांग्लादेश में काटे जा रहे हैं। हमारी बहू-बेटियों से रेप किया जा रहा है और छोटे-छोटे बच्चों को फांसी दी जा रही है तथा हिंदुओं के व्यापार लूटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो आज घटना घटित हो रही है, इस तरह की घटनाएं पीढ़ियों से चली आ रही है। बाबर के शासनकाल से बांग्लादेश तक हिंदू समाज के ऊपर यह अत्याचार हो रहा है। उनकी बहू-बेटियों से बदसलूकी हो रही है। उनके परिवारों को तोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब-जब हिंदू बटा है, तब-तब हिंदू कटा है और विधर्मियों के द्वारा हमारे हिंदू समाज के ऊपर आक्रमण हुआ। हिंदूओं को बंद मुठ्ठी की तरह एक होना होगा। यदि ऐसा होगा, तो किसी की हिम्मत नहीं, जो तुम्हारे ऊपर तलवार तो क्या उंगली भी उठा ले। उन्हांेने हिन्दुआंे से बंद मुट्ठी की तरह एक जुट होने का आह्वान किया। सिक्ख धर्म गुरू अमर पाल ने कहा कि जब तक हम एक नहीं होंगे, तब तक हम कुछ नहीं कर पाएंगे। इसके लिए हिन्दुआंे को एक जुट होना पड़ेगा तथा एक होने के हमारी विचारधारा भी एक होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज के लोग आज भी किसी धड़े या राजनीतिक मंच को लेकर आपस में बंटे हुए है। उन्होंने कहा कि हमें शपथ लेनी होगी कि हमें कोई राजनीतिक तंत्र अलग नहीं कर सकता है। इसलिए हमें बटना नहीं है। रविदास मंदिर के संत राजकुमार ने कहा कि उसूलों पर आंच आये, तो टकराना जरूरी है। जिंदा है, तो जिंदा नजर आना जरूरी है। उन्होंने भगवान रविदास की शिक्षा पर चलकर सभी से एक जुट होने का आह्वान किया। सुदर्शन महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में गांव-गांव घेरकर सभी घरों को जलाया जा रहा है और दारूल उलूम की चुप्पी खलने वाली है तथा स्वयं को शांति का मजहब कहलाने वाले संभल में दंगाईयों की मौत पर विलाप करते है और बांग्लादेश के नरसंहार पर लगता है कि कहीं छुप गये है। कृष्णानंद ने सनातन समाज को एक रहने के आह्वान के साथ समाज से वेद की ओर लौटने की अपील भी की। स्वामी राघवेन्द्र महाराज ने कहा कि बांग्लादेश के अत्याचारों के विरोध मंे सहारनपुर के सनातन समाज के आक्रोश के मुख्य रूप से उठाये, जिससे बांग्लादेश में हिन्दू समाज पर होने वाले अत्याचारों व उनके नरसंहार से संपूर्ण हिन्दू समाज के आक्रोश की चर्चा संयुक्त राष्ट्र संघ तक हो और बांग्लादेश की आक्रान्ता सरकार को हटाने के लिए विश्व समुदाय इकट्ठा हो जाये। इस दौरान अनूप मुनि, प्रगीत, एके जैन, बंटी दास, सुभाष बापू, सुंदरानंद के अलावा लोनिवि राज्यमंत्री कुंवर बृजेश सिंह, विधायक मुकेश चौधरी, विधायक राजीव गुम्बर, महापौर डॉ.अजय कुमार सिंह, पूर्व सांसद राघव लखन पाल शर्मा, मुकेश चौधरी, हेमन्त अरोड़ा, डीसीडीएफ के पूर्व चेयरमैन अभय चौधरी, चरण सिंह, बौद्धराम धीमान, दुष्यंत धीमान, भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष बिजेन्द्र कश्यप, पूर्व महानगर अध्यक्ष राकेश जैन, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग प्रचारक अतुल कुमार, अनुराग समेत हजारों की संख्या में हिन्दू समुदाय के लोग मौजूद रहे। हिन्दू संगठनों के प्रदर्शन के मद्देनर जिला प्रशासन द्वारा साउथ सिटी से लेकर कलेक्ट्रेट तक सुरक्षा के चाक चौबन्द इंतजाम किए गए थे तथा प्रदर्शनकारियों की भारी भीड के मद्देनजर यातायात का डायवर्जन भी किया गया था।
ब्यूरों रिपोर्टः अच्छेलाल (चंडीगढ)
हमारे यूट्यूब चैनल न्याय परिक्रमा न्यूज पर देखिए पूरा विडियो