सहारनपुर। संयुक्त निदेशक उद्यान डा.सर्वेश कुमार ने औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्र पर सैन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर फ्रूट एण्ड वेजिटेबिल एवं सैन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर हनी का स्थलीय निरीक्षण किया।
डॉ.सर्वेश कुमार ने निरीक्षण के दौरान पाया कि लोकी एवं खीरा के बीज सीडलिंग ट्रे में बोया जा रहा था। श्री कुमार ने कहा कि सैन्टर पर कृषक आम की रंगीन प्रजातियों के पौधे, अन्य कलमी पौधों को निर्धारित दर पर प्राप्त करने के साथ-साथ बीज बुवाई के लिए अपना फल एवं सब्जी का बीज लाकर बुवाई करा सकते हैं और किसी प्रकार की जानकारी के लिए डा. पूनम सिंह यादव, सहायक नोडल अधिकारी, सैन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर फूट एण्ड वेजिटेबिल एवं कनिष्ठ सहायक शिवम कुमार से किसी भी कार्य दिवस में सम्पर्क कर बीज बुवाई की बुकिंग करा सकते है। उन्होंने बताया कि सैन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर फूट एंड वेजिटेबिल में उच्च गुण्वत्तायुक्त रोग रहित सब्जी के पौधे कम समय (15-20 दिन) में तैयार किये जा सकते हैं। किसान इस प्रकार के पौधे अपने प्रक्षेत्र पर लगाते हैं, तो उन पौधों की जीविता प्रतिशत बढ़ेगी और उत्पादन भी अच्छा प्राप्त होगा। जनपद सहारनपुर एवं आसपास के क्षेत्र में अधिक ठण्ड के मौसम (माह-दिसम्बर एवं जनवरी) में जब पाले का असर अधिक रहता है तब सैंटर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर फ्रूट एण्ड वेजिटेबिल पर स्थित हाईटेक नर्सरी के अन्तर्गत पौधे लगाने से पाले का प्रकोप भी नहीं होता है और किसान कम समय में उच्च गुणवत्तायुक्त सब्जी के पौधे तैयार करा सकते है तथा समय से पूर्व बुवाई कर फसल के अच्छे दाम बाजार व मण्डी से प्राप्त कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त इस केन्द्र पर सैन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर हनी का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जो लगभग 01 वर्ष में पूर्ण हो जाएगा। जिसमें जनपद सहारनपुर एवं आसपास के क्षेत्रों के मुधपालक अपने शहद उत्पाद को आधुनिक तकनीकी से प्रोसेसिंग व पैकिंग कराकर निर्यात कर अच्छे दाम प्राप्त कर सकेंगे। इस दौरान संयुक्त निदेशक श्रीमती पूजा, जिला उद्यान अधिकारी गमपाल सिंह, सहायक नोडल अधिकारी डा. पूनम सिंह यादव, शिवांगी श्रीवास्तव, डा.सोनम सिंह, आकाश कनौजिया, सन्दीप कुमार अग्रवाल, महेश कुमार अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
ब्यूरों रिपोर्टः मोनू कुमार (सहारनपुर)
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