न्याय परिक्रमा न्यूज़ चंडीगढ़
ईसाई धर्म अपनाने वाले दलित समुदाय के लोग सरकार से आरक्षित कोटे से मिलने वाली सुविधाओं को वापिस करें : बाबा गुरप्रीत सिंह जी उदासीन
धर्म की आड़ में इस प्रकार के कुकृत्यों का विरोध किया जाना चाहिए : एडवोकेट गुरमोहन प्रीत सिंह
चण्डीगढ़, (अच्छेलाल), पिछले कुछ सालों से पंजाब, हरियाणा, चण्डीगढ़ में ईसाई धर्म प्रचार की आड़ में कुछ व्यक्ति चर्च के नाम लेकर गलत प्रचार कर रहे हैं। उनका ईसाई धर्म के साथ कोई सम्बन्ध नहीं है। ये कहना है कैथलिक चर्च, सैक्टर 19, चण्डीगढ़ के सदस्य स्टेट अवार्डी सुखजिंदर गिल का। आज यहां चण्डीगढ़ प्रेस क्लब में एक पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए सुखजिंदर गिल, जो जनहित समाज सेवा एवं ब्लड सेवा संस्थाओं के अध्यक्ष भी हैं, ने कहा कि ऐसे भोले-भाले लोगों को उनकी बीमारियों व मुसीबतों से छुटकारा दिलाने के लिए पानी और तेल की बोतलें बेच रहे हैं और लोगों के जीवन के बारे में भविष्यवाणी करके अन्धविश्वास को बढ़ावा दे रहे हैं। उनके मुताबिक इन्हीं लोगों की वजह से ईसाई धर्म की बदनामी हो रही है और सच्चे ईसाई इस कारण से हीन भावना का शिकार होकर किसी को अपना धर्म बताते हुए भी झिझकते हैं। उन्होंने कहा कि जब भी ईसाई धर्म के धर्मगुरुओं और ईसाई अधिकारियों ने इन्हें समझाने और जिलाधिकारियों तक इनकी शिकायतें की पर कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने खुलासा किया कि ये अपना मक्कड़जाल सोशल मीडिया द्वारा फैलाते हैं और भोले-भाले लोगों का मानसिक और धार्मिक शोषण करते हैं और यूटूब, फेसबुक आदि पर ये लोग भूत प्रेत निकालने और बीमारियों ठीक होने का वीडियो डाल कर भ्रामक प्रचार करते हैं और और पवित्र बाईबल का सहारा लेकर लोगों में अन्धविश्वास फैलाते हैं।
गिल ने पंजाब के राज्यपाल व मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर इन पर उचित कार्यवाही करने और इनकी सोशल साइट्स पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग की है। इस अवसर पर मौजूद उदासीन टकसाल इंटरनेशनल के मुख्खी बाबा गुरप्रीत सिंह जी उदासीन (कैलिफोर्निया) ने कहा कि दलित समुदाय के लोग सरकार से आरक्षित कोटे से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ भी उठा रहे हैं और साथ ही धर्म परिवर्तन करके ईसाई भी बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने धर्म बदलना है, तो पहले दलित कोटे से ली गई सुविधाएँ लौटा देनी चाहिए। उन्होंने सरकार से भी इस प्रकार के गैरकानूनी धर्म परिवर्तन को रोकने की मांग की है। उधर पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के वरिष्ठ वकील एडवोकेट गुरमोहन प्रीत सिंह, जिनको हिन्दू, सिख और ईसाई धर्मों की जत्थेबंदियों ने कानूनी सहायता के लिए संपर्क किया था, ने बताया कि ये बहुत ही गंभीर मुद्दे हैं व धर्म की आड़ में इस प्रकार के कुकृत्यों का विरोध किया जाना चाहिए। कुछ गैर सामाजिक तत्वों के कारण पंजाब का धार्मिक भाईचारा और अमन शांति के माहौल को बिलकुल ख़राब नहीं होने देंगे। उन्होंने बताया कि हर धर्म में पाखंडी मौजूद हैं और उन सब पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। बात किसी एक धर्म की नहीं है, बात इंसानियत की है।
इस अवसर पर एआईजी एडवोकेट स्वर्ण सिंह खन्ना व हिन्दू सिख महासभा एक्शन कमेटी, पंजाब के सदस्य सुखपाल सिंह सरां अदि भी इस अवसर पर मौजूद रहे।
हमारे यूट्यूब चैनल न्याय परिक्रमा न्यूज पर देखिए पूरा विडियो